फैक्ट्री में कैसे बनते हैं रोबोट ?

  एक वक्त था। जब हम रोबोट को कार्टून या फिल्मों में देखते थे। इंसानों जैसे रोबोट को देखकर हम यही सोचते थे कि काश हमारे पास भी एक रोबोट होता। जो हमारे छोटे बड़े काम को चुटकियों में कर देता पर हमे इसके लिए पैसे भी नहीं देने पड़ते लेकिन दोस्तो आज रोबोट कार्टून और फिल्मों में से निकलकर हमारी असल जिंदगी का हिस्सा बन चुके है। ख़ासकर ये ह्यूमनराइडर  रोबोटस जो देखने में हुबहू हम इंसानों के जैसे ही लगते हैं।

 आज कई देशों में मैन्युफैक्चरिंग, होटल, इंडस्ट्री से लेकर मेडिकल स्टोर तक आराम हो गया है ।और क्योंकि दुनियाभर में रोबोट की डिमांड लगातार बढ़ रही है इसलिए इन रोबोट की मैन्युफैक्चरिंग एक मैसेज के तौर पर होने लगी है।


दोस्तों ह्यूमनराइडर रोबोट की मैन्युफैक्चरिंग जिसमें की सबसे पहले तैयार होता है Machenical Structure मतलब की हार्डवेयर दूसरा है Softwere Development जैसे बिना दिल और दिमाग के इंसान काम नहीं करते हैं। उसी प्रकार बिना हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के रोबोट केवल एक कबाड़ा है। अब दोस्तों इन दोनों स्टेप्स में से Machenical Structure और Softwere Development बहुत ही क्रूशियल और टेक्निकल पार्ट होता है जो हर कंपनी के अलग-अलग होते हैं। और उन्हें आम जनता के लिए रीवील नहीं किया जाता है। लेकिन ह्यूमनराइडर रोबोट का स्ट्रक्चर फैक्ट्री में तैयार कैसे होता है और इनकी असेंबली कैसे की जाती है ये अभी हम मिलकर जानेंगे अब दोस्तों इन रोबोट की मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री में बहुत ही बड़े स्केल पर होती है इसलिए इन्हे बनाने के लिए खास तरह का एसेले 3D प्रिंटिंग मशीन का इस्तेमाल किया जाता है । बॉडी स्ट्रक्चर को तैयार करने के लिए पॉलीमर प्लास्टिक को इस मशीन में डाला जाता है जिसे रेजिन पॉलीमर कहते हैं ये खास तरह का लिक्विड प्लास्टिक होता है जो सूखने पर हार्ड प्लास्टिक में कन्वर्ट हो जाता है इसके बाद केमिकल को 3D प्रिंटिंग मशीन से रोबोट के लिए डिजाइन की गई लुक की शेप दी जाती है और इस पूरे प्रोसेस में कई घंटो का समय लग जाता है क्योंकि ये सारा काम 3D प्रिंटिंग की मदद से हो रहा  है इसीलिए रोबोट और मैन्युफैक्चरिंग का ये प्रोसेस बिना किसी डिले के 24 Hour चलता रहता है।

 प्रिटिंग पूरी होने के बाद रोबोट के पार्ट को मशीन से बाहर निकाला जाता है फिर वर्कर्स एक्स्ट्रा प्लास्टिक को रोबोट के पूरे शरीर से अच्छे से निकालते हैं और उसकी सफाई करते हैं क्लीनिंग का काम पूरा होने के बाद इन पार्ट को एक स्पेसिफिक हाई Temperature पर thinnor Bhath दिया जाता है। thinner Bhath करने के बाद पार्ट तेजी से हार्ड प्लास्टिक में कन्वर्ट करने के लिए यूबिलाइट से QR किया जाता है फिर UB मशीन से बाहर निकालने के बाद इन पार्ट को वर्कर्स शेप देने के लिए आखिरी बार इनकी फिनिशिंग करते हैं पार्ट को फाइनल शेप देने के बाद वर्कर्स इन्हे अपने हाथों से पेंट करते हैं और इन्हें परफेक्ट ह्यूमन लुक देते हैं और जब इस तरह एक रोबोट के सभी एंसेंशियल कार्ड तैयार हो जाते हैं तैयार हो जाते हैं तो इन रोबोट के अंदर के मैकेनिकल स्ट्रक्चर के ऊपर पहना दिया जाता है रोबोट के इंटर्नल बॉडी को स्टील एल्यूमीनियम और केबेलर जैसे मैटेरियल से तैयार किया जाता है और इसमें तीन हजार से भी ज्यादा छोटे- छोटे स्फेयर पार्ट का इस्तेमाल होता है साथ ही कैमरा और सेंसर जैसे कई डिवाइस लगाए जाते हैं और फिर इन बॉडी को फिट करने के बाद आखिरकार इन रोबोट में सॉफ्टवेयर का इंस्टॉल किया जाता है जिसके बाद ये इंसानों की तरह बात करना, चलना या फिर अपने हाथों को मोड़ना ये सारे एक्शन कर लगते हैं और इस तरह ये ह्यूमनराइडर रोबोट फैक्ट्री में बनकर तैयार हो जाते हैं ।



अब दोस्तों ह्यूमनराइडर रोबोट की बात हो ही रही है तो कुछ फेमस ह्यूमनराइडर रोबोट के बारे में बता ही देता हूं। दुनिया की पहली ह्यूमनराइडर रोबोट सोफिया है । जिसके पास किसी भी आम नागरिक की तरह ही एक सिटीजन शिप है साल 2017 में सऊदी अरब ने सोफिया को अपने देश की नागरिकता दी थी और यही नहीं अगर आप इनके लुक को ध्यान से देखेंगे तो सोफिया का लुक हॉलीवुड एक्ट्रेस ऑड्रे हेपबर्न से इंस्पायर है इसी तरह एरिका दुनिया की सबसे पहली म्यूजिनेकल हैं और अब तक ये सबसे पहले हुमानराइडर रोबोट की इंटीलेजेंट रोबोट है जिसके पास स्पीच, जेनरेशन,एल्गोरिथम और फेशियल रुसिमेशन जैसे एबिलिटीज है खैर फैक्ट्री में इन मास लेवल पर इन रोबोट की प्रोडक्शन को देखकर हमें तो यकीन हो गया है कि आने वाले सालों में हमारे घरों से लेकर ऑफिस तक हर जगह ये हुमानराइडर रोबोट हमारे साथ मिलकर काम करेंगे तो दोस्तों इन मैन्युफैक्चरिंग रोबोट की विषय में आपका क्या विचार है । 

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